कोरोना के दौरान मुकेश अंबानी ही नहीं इन दो भाईयों ने भी की जमकर कमाई, करते हैं मोबाइल गेम बनाने का काम
कोरोना महामारी के दौरान मोबाइल गेम बनाने वाली कंपनी प्लेरिक्स (Playrix) और उसके फाउंडर्स की चांदी रही। महामारी के कारण दुनियाभर में लॉकडाउन लगा, जिससे इंटरनेट बेस्ड बिजनेस में शानदार ग्रोथ देखने को मिली है। इस दौरान मोबाइल गेम बनाने वाली कंपनी प्लेरिक्स (Playrix) का बिजनेस दोगुनी रफ्तार से बढ़ा। इसके अलावा फाउंडर्स की नेटवर्थ भी डबल हुई है।
महामारी के दौरान मिला ग्रोथ
ऐपएन्नी (AppAnnie) की रिसर्च के मुताबिक, गेमिंग कारोबार में दुनिया की सबसे बड़ी गेमिंग कंपनी टेनसेंट (Tencent) के बाद अब प्लेरिक्स (Playrix) दूसरे पायदान पर पहुंच गई है। रिसर्च में कहा गया है कि कोरोना वायरस जब लगातार बढ़ रहा है तो कंपनियां विज्ञापन में कटौती कर रही हैं, जिससे विज्ञापन की कीमत कम हुआ है। इसका फायदा मोबाइल गेम डेवलपर्स को मिला और कम कीमत में विज्ञापन से अच्छी मार्केटिंग करने का मौका मिला।
लॉकडाउन में यूजर्स की संख्या बढ़ी
गेमिंग कंपनी प्लेरिक्स को सस्ते विज्ञापन से शानदार रिजल्ट भी मिला और मासिक आधार पर यूजर्स की संख्या 50 प्रतिशत बढ़ी यानी यूजर्स की संख्या 18 करोड़ हो गई। बिक्री भी बीते 8 महीनों में 60 फीसदी बढ़कर 1.75 बिलियन डॉलर यानी 12.91 हजार करोड़ रुपए की हो गई। कंपनी के मुताबिक मासिक आधार पर गेमर्स की संख्या 15 करोड़ के स्तर पर स्थिर हो गई है।
फाउंडर्स की नेटवर्थ में दोगुना इजाफा
बिजनेस में शानदार ग्रोथ के चलते कंपनी के फाउंडर दिमित्री बुकमैन और इगोर की वेल्थ में भी जबरदस्त बढ़त देखने को मिली है। ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के मुताबिक कोरोना महामारी के दौरान दिमित्री बुकमैन और इगोर दोनों की कमाई दोगुनी हुई है। दोनों की वर्तमान में नेटवर्थ 3.9-3.9 बिलियन डॉलर (दोनों की नेटवर्थ अलग-अलग 28.78-28.78 हजार करोड़ रु.) हो गई है। जबकि टेनसेंट के चेयरमैन पोनी मा (Pony Ma) की नेटवर्थ 51 बिलियन डॉलर यानी 3.76 लाख करोड़ रुपए है। इगोर ने बताया कि, हम गेम में लगातार नए कंटेंट, अलग-अलग गेम मशीन और लेवल को जोड़ जा रहे हैं। इससे यूजर्स गेम को सालों तक खेल सकते हैं।
गेमिंग कारोबार
टॉप ग्लोबल इन्वेस्टर बैंकों ने प्लेरिक्स (Playrix) को एक बड़ी कंपनी में मर्ज करने और स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं, लेकिन दिमित्री ने कहा कि हमारे पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और आने वाले दिन में इस पर कोई प्लान नहीं है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर सोचते हैं कि गेमिंग बिजनेस बेहद रिस्की है। इसमें एक के बाद एक हिट प्रोडक्ट्स को जेनरेट करने की जरूरत होती है, जो सच नहीं है।
अंडरग्राउंड वेयर हाउस से की थी शुरुआत
दोनों भाइयों ने गेमिंग कैरियर शुरुआत 2001 में एक अंडरग्राउंड वेयरहाउस से की थी। इगोर ने सबसे पहले एक प्रोफेसर से सॉफ्टवेयर को ऑनलाइन बेचना सीखा था। 2004 में दोनों की मेहनत रंग लाई और महीने में 10 हजार डॉलर की रेवेन्यू आने लगी। वर्तमान में प्लेरिक्स (Playrix) में 2500 कर्मचारी कार्यरत हैं। कंपनी ने पिछले दो सालों में दर्जनों डेवलपर्स को खरीदे हैं, जिससे नए प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने में मदद मिल सके।
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